न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में 14 अप्रैल से कर्फ्यू लागू होने के बाद भी कोरोना संक्रमण के मामले घटने का नाम नहीं ले रहा है, इसलिए कर्फ्यू को और सख़्त करने का फैसला किया गया है. अब महाराष्ट्र में केवल चार घंटे के लिए ही दुकानें खुलेंगी और होने डिलीवरी केवल एक घंटे की का सकेगी.
महाराष्ट्र में लगे #Curfew या मिनी लॉकडाउन को और सख्त बना दिया गया है. पूरे राज्य में आवश्यक सामानों की दुकानें सुबह 7 बजे से 11 बजे तक सिर्फ खुली रहेंगी, यानी चार घंटे में ही जरूरत का सामान खरीदना होगा. इतना ही नहीं सामानों की होम डिलिवरी सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक होगी, यानी केवल एक घंटे में डिलीवरी देना होगा. इसको लेकर स्थानीय स्तर पर और भी सख्त फैसला लिया जा सकता है.
किराने-सब्जियों की दुकानें, फल विक्रेता, डेयरियां, बेकरी, कन्फेक्शनरी, सभी प्रकार की खाद्य दुकानें, कृषि उपकरणों और कृषि उत्पादों की दुकानें सिर्फ सुबह 7 बजे से 11 बजे के बीच खुली रहेंगी. दुकानों से होम डिलीवरी भी सुबह 7 बजे से रात 8 बजे के बीच दी जा सकती है. हालांकि, होम डिलीवरी के समय को स्थानीय प्राधिकरण द्वारा बदला जा सकता है.
महाराष्ट्र में स्थानीय प्राधिकरण किसी भी सेवा को आवश्यक सेवा की लिस्ट में बिना राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अनुमति के शामिल नहीं कर सकते हैं. कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने 14 अप्रैल को रात 8 बजे से राज्य में 15 दिनों के मिनी लॉकडाउन का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि
जरूरी सेवाओं को छोड़कर सारे दफ्तर बंद रहेंगे. ईकॉमर्स, बैंक, मीडिया, पेट्रोल पंप, सुरक्षा गार्ड जैसे लोगों को इसमें छूट दी गई है. रेस्तरां आदि खुले रहेंगे, लेकिन वहां बैठकर खाने पर रोक होगी, सिर्फ होम डिलिवरी और टेक-अवे की सुविधा रहेगी. सुबह 7 से रात 8 बजे तक जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी. इस दौरान किराने, सब्जी समेत आवश्यक सामानों के दुकान खुले रहेंगे. हम ट्रांसपोर्ट बंद नहीं करेंगे, लेकिन ये सब चीजें जरूरी चीजों के लिए ही रहेंगी.