पटना : वरिष्ठ संवाददाता
बिहार के बहुचर्चित मधुबनी ‘नरसंहार’ मामले पर डीजीपी एसके सिंघल ने बताया कि मधुबनी ‘नरसंहार’ के पांच आरोपी प्रवीण झा, नवीन झा, मुकेश साफी, भोला सिंह और चंदन झा नेपाल से पकड़े गए हैं. वहीं, 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी जारी है. इस हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मधुबनी पुलिस जल्द से जल्द न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करेगी. पुलिस ने कहा है कि इस हत्याकांड मामले की स्पीडी ट्रायल की अपील पुलिस न्यायालय से करेगी. इस घटना में शामिल 10 आरोपियों के घर की कुर्की जब्ती हो चुकी है. वहीं, 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पांच लोगों की हत्या मामले में 35 आरोपी बनाए गए हैं, जिनमें से मुख्य आरोपी समेत 23 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब अन्य 12 आरोपियों की पुलिस को तलाश है. वैसे तो इस हत्याकांड में 35 अभियुक्तों के नाम पुलिस की केस डायरी में दर्ज हैं, लेकिन इनमें सबसे ख़ास नाम प्रवीण झा और नवीन झा हैं. इन दोनों को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है.
प्रवीण झा का फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल बताता है कि वे आगामी पंचायत चुनाव में मुखिया का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. वे स्वयं को भावी मुखिया बताते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक़ हत्याकांड की वजह दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश है. यह रंजिश एक मठ (मंदिर) की ज़मीन को लेकर है. इस पर मठ के महंत का क़ब्ज़ा था. पुलिस रिकॉर्ड की मानें तो पिछले साल नवंबर में भी मठ की ज़मीन पर बने पोखरे से मछली पकड़ने को लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी. वह मामला बेनीपट्टी थाने में एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज़ है. उस मामले का एक अभियुक्त अभी भी जेल में बंद हैं. पीडितों के परिजनों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन अभियुक्तों को हमेशा से संरक्षण देता आया है, क्योंकि उनकी राजनीतिक पैठ बहुत ज़्यादा है.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से मधुबनी की घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है. आरजेडी नेता ने कहा कि अभी तक एक भी पुलिस अधिकारी पीड़ित परिवार के लोगों से नहीं मिला है. मुख्यमंत्री अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं. तेजस्वी ने इस घटना को सत्ता संरक्षित और प्रायोजित बताया. उल्लेखनीय है कि मधुबनी के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र में होली के दिन यानी 29 मार्च को अंधाधुंध गोलीबारी कर एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में घायल एक व्यक्ति का अभी भी इलाज चल रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हत्याकांड को लेकर कहा है कि घटना की जाँच कराई जा रही है और स्पीडी ट्रायल चलाकर इसकी सुनवाई होगी. उन्होंने दावा किया कि किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जाएगा.