न्यूज़ डेस्क
कश्मीर में पर्यटन सीजन की शुरुआत में ही आज गुरुवार को एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन लोगों के लिए खुल गया. इस गार्डन को पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाता था, 2008 में कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने इंदिरा गांधी मेमोरियल को ट्यूलिप गार्डन समर्पित किया था. ट्यूलिप गार्डन एशिया का सबसे बड़ा गार्डन है, जो जबरवन पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है. यह लगभग 30 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें ट्यूलिप के 15 लाख से ज्यादा फूल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्यूलिप गार्डन के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, ”
जब भी आपको अवसर मिले, जम्मू-कश्मीर की यात्रा करें और सुंदर ट्यूलिप गार्डन का आनंद उठाए. ट्यूलिप के अलावा, आप जम्मू-कश्मीर के लोगों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य-सत्कार का अनुभव करेंगे.”
कश्मीर घाटी में नए पर्यटन सीजन की शुरुआत के तहत पर्यटन विभाग ने अप्रैल के पहले सप्ताह में बाग में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की योजना बनाई है. ट्यूलिप गार्डन स्थापित करने का उद्देश्य पर्यटकों को विकल्प देना और पर्यटन सीजन को आगे बढ़ाना है, जो हर साल मई में शुरू होता था. घाटी में हर साल लाखों पर्यटक यहां आते हैं, लेकिन कोरोना के कारण पिछले साल बंद रहा. यानी ट्यूलिप गार्डन दो साल के अंतराल के बाद खोला गया है. ट्यूलिप गार्डन के प्रभारी इनाम रहमान सोफी ने बताया
“गार्डन के फूलों में अब तक लगभग 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. उद्यान में इस वर्ष ट्यूलिप की 62 किस्में हैं. ट्यूलिप के फूल औसतन तीन-चार सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन भारी बारिश या बहुत अधिक गर्मी इन्हें नष्ट कर सकती है.”