दिल्ली: डॉ. निशा सिंह
पांच राज्यों के चुनावी शोर के बीच संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 8 मार्च यानि सोमवार से शुरू हो रहा है। बजट सत्र का दूसरा चरण 8 मार्च से शुरू होकर 8 अप्रैल को समाप्त होगा। विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए कमर कस रहा है। बजट सत्र के दूसरे चरण से पहले कांग्रेस की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को पार्टी के नेताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग कर सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की।नेता प्रतिपक्ष के रूप में खड़गे का पहला दिन होगा और वह हमेशा से नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के घोर आलोचक रहे हैं। बजट सत्र के दूसरे चरण में उम्मीद है कि विपक्ष पेट्रोलियम की बढ़ती कमीतों, किसान आंदोलन, सोशल मीडिया के नियम, विनिवेश और बेरोजगारी जैसे विभिन्न मुद्दों को उठाएगी।
चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए संसद के बजट सत्र में कटौती की जा सकती है और विभिन्न दलों के नेता इस विचार पर सहमत हैं। यह जानकारी रविवार को सूत्रों ने दी। सूत्रों ने कहा कि यह अभी तक निर्णय नहीं किया गया है कि सत्र में कितने दिनों की कटौती होगी, लेकिन इस तरह के सुझाव हैं कि करीब दो हफ्ते की कटौती की जाए। उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय सोमवार को सदन के नेताओं की बैठक में किया जा सकता है। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण के दौरान सांसदों के लिए कोरोना टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। 9 मार्च से संसद सदस्यों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया जायेगा। 60 वर्ष से अधिक आयु के संसद सदस्य राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के वर्तमान चरण में टीका लगाने के लिए पात्र हैं। 45 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्ति जिन्हें कोरोना का खतरा है वे कोरोना वैक्सीन लगवाने के पात्र हैं। संसदीय आंकड़ों के अनुसार लोकसभा के 36 प्रतिशत सांसद और राज्यसभा के 62 प्रतिशत सांसद 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 1 महीने का होगा और इस दौरान सरकार का मुख्य फोकस 2021-22 से जुड़े विभिन्न वितीय ग्रांट प्रस्ताव को दोनों सदन से पारित कराना होगा। इसके अलावा 1 महीने के सत्र में सरकार कुछ महत्वपूर्ण बिल को भी पारित कराएगी ।महीने भर के संसद सत्र में पांच चुनावी राज्यों से जुड़े सांसदो की उपस्थिति थोड़ी कम देखने को मिलेगी क्योंकि इन राज्यों में मार्च-अप्रैल महीने में चुनाव है।
संसद का बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के संबोधन के साथ शुरू हुआ। बजट सत्र का पहला हिस्सा 27 फरवरी को संपन्न हुआ। बजट सत्र के पहले हिस्से में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट को पेश किया था।
5 राज्यों में सभी राजनीतिक दलों के सांसद इस वक्त चुनाव अभियान में व्यस्त रहेंगे। हालांकि फिर भी विपक्ष किसान आंदोलन, पेट्रोल डीजल के दाम, महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा और हंगामा भी रह सकता है। बजट सत्र के पहले चरण की तरह इस बार भी कोरोना उपायों के चलते संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अलग-अलग समय पर होगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सूचित किया कि राज्यसभा सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक चलेगी जबकि लोकसभा शाम 4 से रात 10 बजे के बीच कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि बजट सत्र का दूसरा भाग 8 अप्रैल को संपन्न होगा।