पटना : संवाददाता
बिहार में भ्रष्टाचार और घोटाले को लेकर लगातार नेताओं और अधिकारियों पर आरोप लगाया जाता रहा है. इन आरोपों को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर भी अंगुलियां उठाई गई थीं और अब सीएम बे इसपर सख्ती से नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है तो बिहार कैडर के दर्जन भर पुलिस अधिकारी कटघरे में दिख रहे हैं. फिलहाल भारतीय पुलिस सेवा के बिहार कैडर के 12 अधिकारियों ने संपत्ति का ब्योरा नहीं सौंपा है. अखिल भारतीय सेवाएं (आचार) नियमावली के तहत सभी आईपीएस अफसरों को प्रत्येक वर्ष अचल संपत्ति का ब्योरा देना होता है, लेकिन बिहार के ये अधिकारी इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं.
पुलिस अधिकारियों को अपनी अचल संपत्ति का ब्योरा देने के लिए 31 जनवरी अंतिम तारीख थी, लेकिन इसके बावजूद 12 अफसरों द्वारा इसे नहीं दिया गया है. डीजीपी से इन अधिकारियों को संपत्ति का ब्योरा ऑनलाइन देने के लिए निर्देश दिया है. विभागीय पत्र के मुताबिक 9 फरवरी तक जिन अधिकारियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है, उनके नाम हैं – सैफूर रहमान, मो. सफीउल हक, सुबोध कुमार विश्वास, प्रभाष कुमार, विदेह खरे, विकास मीणा, विकाश कुमार, शीला ईरानी, अपराजीत, दिव्य शक्ति, शिखर चौधरी और वैभव चौधरी.
दरअसल अब प्रशासन में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार की समाप्ति के लिए सरकार द्वारा भी प्रयास किया जा रहा है. बिहार में प्रशासनिक स्तर पर सुधार के लिए सभी विभागीय कारवाई को नियमों के तहत पालन करने पर जोर दिया जा रहा है.