अब भारतीय रेलवे में चौथा क्लास यानी “थ्री टियर एसी इकॉनमी क्लास” शुरू होंगे

न्यूज़ डेस्क

रेलवे पहला वातानूकूलित (एसी) थ्री-टियर किफायती श्रेणी (इकोनॉमी क्लास) सामने लेकर आया जिसे रेल मंत्रालय ने ‘दुनिया का सबसे सस्ता और सबसे बेहतरीन एसी यात्रा’ करार दिया है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ये डिब्बे किफायती होंगे और ये मौजूदा एसी थ्री-टियर और गैर एसी शयनयान वर्ग के डिब्बों के बीच होगा.

अब तक रेलवे के एसी कोचों में सिर्फ़ तीन क्लास थे, लेकिन अब चौथा क्लास यानी ‘एसी थ्री टियर इकॉनमी क्लास’ नाम का एक नया क्लास जल्द शुरू होने वाला है. भारतीय रेलवे अब ट्रेनों में एक नया क्लास और बढ़ाने जा रही है. ट्रेनों की इस श्रेणी के लिए बिल्कुल अलग तरह के कोच बनाए जा रहे हैं. पंजाब के कपूरथला स्थित रेल कोच फ़ैक्टरी में बन रहे कोचों की पहली खेप तैयार हो चुकी है. नए कोच में रेलवे ने पहली बार हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक स्विचगियर को कोच के भीतर से हटा कर ट्रेन के निचले हिस्से में लगाया है, जिससे कोच में 11 अतिरिक्त सीटें लगाने में आसानी हो गई.

वर्तमान में ट्रेनों के एसी डिब्बों को फ़र्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी के तीन क्लास में विभाजित किया गया है . लेकिन अब एक चौथा क्लास भी होगा जिसे थ्री टियर एसी इकॉनमी क्लास कहा जाएगा.

थर्ड एसी और थर्ड एसी इकॉनमी क्लास में अंतर

दोनों के कोच में मुख्य अंतर है कि थर्ड एसी में अभी 72 बर्थ होती हैं, जबकि थर्ड एसी इकॉनमी क्लास में 83 बर्थ होगी यानी इसमें 11 बर्थ ज़्यादा होंगी. 3 AC इकॉनमी नया क्लास आने से थर्ड एसी का किराया पहले के अनुपात में बढ़ जाएगा. थर्ड एसी के कोच में अधिक सीटें निकाल कर बनाए गए थर्ड एसी इकॉनमी क्लास की सीटें कुछ पास-पास होंगी. इससे रेलवे की प्रति कोच आमदनी भी बढ़ेगी.

3 AC से सस्ता होगा थ्री टियर इकॉनमी क्लास

थ्री टियर इकॉनमी क्लास या थर्ड एसी इकॉनमी क्लास के नए कोचों में यात्रा करना यात्रियों को महँगा नहीं पड़ेगा. इसका किराया थर्ड एसी के किराए के बराबर होगा, लेकिन यात्रियों के लिए बुरी खबर ये है कि थर्ड एसी का किराया बढ़ जाएगा. रेल कोच फ़ैक्टरी कपूरथला से बने पहले थ्री टियर इकॉनमी क्लास कोच को भी परीक्षण के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है. रेलवे का मानना है कि ये कोच विश्व में सबसे सस्ते एसी यात्री किराए वाले कोच होंगे. आरसीएफ़ कपूरथला में ऐसे 248 डिब्बे इस वित्त वर्ष में बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है.

रेलवे के नए कोच की अन्य खास बातें

नए कोच में रेलवे ने पहलीबार हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक स्विचगियर को कोच के भीतर से हटा कर ट्रेन के निचले हिस्से में लगाया है, जिससे कोच में 11 अतिरिक्त सीटें लगाने में आसानी हो गई है. प्रत्येक यात्री के लिए अलग से एक एसी डक्ट दिया गया है जिसे यात्री अपनी सुविधा से खोल या बंद कर सकते हैं. पहले के मुकाबले लाइटिंग को और भी बेहतर किया गया है. इन कोचों में प्रत्येक बर्थ पर ‘निजी’ लाइट लगाई गई है, जिससे यात्री अब आराम से पढ़ सकते हैं और मोबाइल चार्जिंग प्वांइट भी प्रत्येक बर्थ पर दी गई है, यानी शेयरिंग लाईट और चार्जिंग प्वाइंट का झंझट इन सीटों पर नहीं रहेगी.

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