न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोवा वायरस के टीकों को लेकर 11 जनवरी को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. सूत्रों की माने तो पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ यह बैठक शाम 4 से शुरू होगी. पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ यह बैठक भारत में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) की ओर से दो वैक्सीनों के आपात इस्तेमाल पर मंजूरी के बाद होने जा रही है. डीजीसीआई ने भारत में सीरम इंस्टीट्यूट के कोवीशिल्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. पीएम मोदी टीकाकरण की तारीख का ऐलान कर सकते हैं.
केंद्र सरकार ने यह तो स्पष्ट कर दिया है कि 3 करोड़ हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका मुफ्त में लगाया जाएगा. लेकिन पहले चरण में जिन बाकी 27 करोड़ लोगों का टीकाकरण होना है, उन्हें टीका मुफ्त मिलेगा या नहीं, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है. 50 साल से अधिक उम्र के और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए टीकाकरण का खर्च केंद्र या राज्य सरकार वहन करेगी, इस पर बैठक में चर्चा हो सकती है. हालांकि राजस्थान समेत कई राज्यों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि कोरोना के कारण उनका खजाना खाली है. ऐसे में कोरोना वैक्सीन की लागत केंद्र को ही वहन करनी चाहिए. क्या निजी अस्पतालों को भी टीकाकरण की इजाजत दी जाए, इस पर भी बैठक में चर्चा हो सकती है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आज चेन्नई में राजीव गांधी सरकारी सामान्य अस्पताल में ड्राई रन का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को कोरोनोवायरस टीके के विकास में उनके काम के लिए सम्मानित किया. साथ ये भी कहा कि अगले कुछ दिनों में ही देश के लोगों को टीके उपलब्ध कराए जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, थोड़े समय में, भारत ने अच्छे से टीके विकसित कर लिए हैं. अगले कुछ दिनों में हमें अपने देशवासियों को ये टीके देने में सक्षम होंगे. पहले यह हमारे हेल्थकेयर पेशेवर को मिलेंगे, इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके दिए जाएंगे. डॉ हर्षवर्धन ने संवाददाताओं के साथ की बातचीत में ये जानकारी दी. इस अवसर पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सी विजयभास्कर भी उपस्थित थे.
4 जनवरी को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि देश में 10 दिनों के अंदर वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हो जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी से वैक्सीनेशन ड्राइव देशभर में शुरू हो जाएगी. पहले फेज में 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और हाई रिस्क वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है. इसके लिए देश के हर जिले में वैक्सीनेशन ड्राई रन कराया जा चुका है.