पटना : मुन्ना शर्मा
विपक्ष के दबाब का असर हुआ कि बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अब अशोक चौधरी को मेवालाल के जगह नया शिक्षा मंत्री बनाया गया है. मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टचार के आरोप लगे हैं. मेवालाल चौधरी ने आज ही भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था. आरजेडी पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी.
मेवालाल के इस्तीफे को लेकर तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा है, “मा. मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें. महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी. अभी तो 19 लाख नौकरी, संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे. जय बिहार,जय हिन्द.” तेजश्वी ने कहा कि मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है. जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया. थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया, घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया. असली गुनाहगार आप है. आपने मंत्री क्यों बनाया? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?
2017 में मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी गरबड़ी करने का आरोप है. उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की. इस मामले को लेकर उनके ऊपर प्राथमिकी भी दर्ज है. तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उस वक्त मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे. जांच में मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया था. उन पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी घपलेबाजी का आरोप है. हालांकि मेवालाल चौधरी ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई चार्जशीट दायर नहीं हुई है ना ही मेरे खिलाफ कोर्ट की तरफ से आरोप सिद्ध हुआ है. मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं.
आरजेडी मेवालाल पर लगातार निशाना साध रही है. आरजेडी मेवालाल की पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही है. मेवालाल चौधरी की पत्नी नीता चौधरी 27 मई, 2019 को अपने आवास पर बुरी तरह से जल गई थीं. 2 जून, 2019 को उनकी मौत हो गई थी.
वहीं मेवालाल चौधरी इस आरोप को लेकर आक्रामक नजर आए थे. उन्होंने कहा था कि वह आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ 50 करोड़ का मुकदमा दायर करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी की मौत के मामले में जिस तरीके से आरोप लगाए जा रहे हैं उसको लेकर मैं तेजस्वी को कानूनी नोटिस भेजूंगा और 50 करोड़ का मानहानि का मुकदमा भी करूंगा. जेडीयू कोटे से मंत्री बनने वाले मेवालाल चौधरी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया था. बिहार की तारापुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के टिकट पर दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. मेवालाल चौधरी 2015 में पहली बार विधायक बने थे जबकि इससे पहले वो शिक्षक रहे हैं.
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सुशील मोदी ने कहा तेजस्वी यादव को भी इस्तीफ़ा देना चाहिये, क्योंकि वो भ्रष्टाचार से जुड़े IRCTC घोटाले में न केवल चार्जशीटेड बल्कि ज़मानत पर हैं. कोविड के कारण trial रुका हुआ था. किसी भी दिन Trial शुरू हो सकता है.
मेवालाल के मसले पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को नहीं लेना चाहिए था. दिल्ली में चर्चा है कि बीजेपी के दबाव दबाव में इस्तीफा हुआ है. आरजेडी और पूरे बिहार का दबाव था. नीतीश कुमार एक ऐसे गठबंधन में है, जहां वह गांठ के बीच में हैं, जो फैसला नीतीश कुमार को खुद लेना चाहिए था अगर उनके सहयोगी ने दबाव बनाया तो समझ सकते हैं कि उन्होंने अपनी पटकथा कैसे लिखी है. 72 घंटे पहले शपथ हुआ है और अब विकेट गिरा है. सरकार कितने दिन रहेगी इस बात का इंतजार कीजिए !