डॉ. निशा सिंह
बिहार विधान सभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के रण का आज आखिरी पड़ाव पूरा हो चुका है और तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव होने के साथ ही मतदाताओं ने इस बात का फैसला कर दिया है कि बिहार की सत्ता पर अगले पांच साल तक कौन काबिज होगा. बिहार चुनाव के नतीजे तो 10 नवंबर को आएंगे पर इससे पहले ही एग्जिट पोल में नीतिश कुमार की हार और तेजस्वी यादव की जीत लगभग हर पोल में सामने आया है.
एबीपी-सी-वोटर एग्जिट पोल
एबीपी-सी-वोटर के एग्जिट पोल में एनडीए को 104-128 और महागठबंधन को 108-131 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है. एलजेपी को 1-3 और अन्य के खाते में 4-8 सीटें जाने का अनुमान है.
पार्टी के अनुसार बात करें तो एबीपी न्यूज़-सीवोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक नीतीश कुमार की जेडीयू को 38-46 सीटें और बीजेपी को 66-74 सीटें, वीआईपी को 0-4 सीटें और हम को 0-4 सीटें मिलने का अनुमान है.
महागठबंधन में राजद को 81-89 और कांग्रेस को 21-39 और लेफ्ट के खाते में 6-13 सीटों के जाने का अनुमान है.
टुडे चाणक्या एग्जिट पोल
टुडे चाणक्या एग्जिट पोल में एनडीए को 44-56 और महागठबंधन को 169-191 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है. एलजेपी को 0 और अन्य के खाते में 4-12 सीटें जाने का अनुमान है.
इस बार के बिहार चुनाव में मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन एनडीए ने दोबारा सत्ता पाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. एनडीए में जेडीयू ने 115 सीटों पर बीजेपी ने 110, विकासशील इन्सान पार्टी ने 11 और जीतनराम मांझी की हम ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे. लोकजनशक्ति पार्टी इस बार चुनाव में अकेले लड़ रही थी.
महागठबंधन में आरजेडी 144 और इसके सहयोगियों में कांग्रेस 70 पर, CPI-(एमएल) 19 सीटों पर, सीपीआई 6 सीटों पर और सीपीआई एम 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी.
पिछले 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने 178 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था और एनडीए के हाथ सिर्फ 58 सीटें लगी थीं. इस बार 243 सदस्यों की बिहार विधानसभा में लगभग 7.30 करोड़ लोगों को सरकार चुनने का मौका मिला है और इसमें से करीब 78 लाख पहली बार वोटिंग करनेवाले युवा वोटर्स हैं.