दिल्ली – सी एन मिश्रा
उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंग रेप मामले में दायर एक जनहित याचिका पर आज मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी. इस याचिका में हाथरस केस के ट्रायल को उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की गई है. याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि यूपी में मामले की जांच और सुनवाई निष्पक्ष नहीं हो पाएगी, इसलिए केस को दिल्ली ट्रांसफर किया जाए. चीफ जस्टिस एस.ए.बोबड़े की अगुवाई में एक खंडपीठ इस मामले की सुनवाई करेगी.
इस याचिका में यह भी मांग की गई है कि हाथरस में कथित गैंगरेप और हत्या मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में की जाए. याचिका में कहा गया है कि हाथरस मामले की जांच या तो सीबीआई से या फिर एसआईटी से करवाई जाए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे राजा मानवेंद्र सिंह ने निर्भया केस में आरोपियों का केस लड़ने वाले एपी सिंह को हाथरस मामले के आरोपियों का वकील नियुक्त किया है. एपी सिंह को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने भी आरोपियों का केस लड़ने को कहा है. अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने एक पत्र लिखकर कहा है कि हाथरस केस में एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग करके आरोपियों को बदनाम के लिए साजिश किया गया है.
योगी सरकार का कहना है कि यूपी में विदेशी फंडिंग के जरिए जातीय दंगा करवाने की साजिश रची जा रही है. इस मामले को लेकर अब तक कुल 17 प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इधर ईडी ने पिछले दो सप्ताह से ऐसे बैंक अकॉउंट की जाँच शुरू कर दी है जिनका सम्बन्ध हाथरस केस से जुड़ा पाया गया है. दंगा भड़काने के लिए फंडिंग होने की जानकारी सामने आई है.