पूर्णिया-चंदन सिंह
बिहार चुनाव 2020 के पहले चरण के नामांकन का आज चौथा दिन है. कल महागठबंधन के सीटों का बंटवारा हुआ और आज तेजस्वी यादव पर पैसे लेकर सीट देने के आरोप लगाने वाले राजद के नेता शक्ति मलिक की हत्या पूर्णिया में हो गयी.
अज्ञात अपराधियों ने आरजेडी के पूर्व एससी-एसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव शक्ति मलिक की हत्या कर दी. हत्या खजांची हाट थानाक्षेत्र के मुर्गी फार्म के पास की गयी है. अपराधियों ने घर में घुसकर शक्ति मलिक को तीन गोली मारी दी. शक्ति मलिक के परिवार वालों ने राजनीतिक साजिश के तहत हत्या की आशंका जताई है. अभी इस हत्या के आरोप में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है. हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. डीएसपी आनंद पांडे ने कहा है कि हमलावर तीन की संख्या में थे और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
शक्ति मलिक ने पैसे लेकर टिकट देने का आरोप तेजस्वी यादव पर लगाया था
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर टिकट के बदले 50 लाख रुपए मांगने का आरोप शक्ति मलिक ने लगाया था. शक्ति मलिक ने तेजस्वी यादव पर जातिसूचक टिप्पणी करने का आरोप भी लगाया था. शक्ति मलिक का नेता प्रतिपक्ष पर आरोपों के बाद वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए दिखाई दिए थे. शक्ति मलिक ने कहा था कि जब वो अनिल साधु के साथ तेजस्वी से मिले तो उन्होंने पहले तो सीट के बदले पैसे मांगे और मना करने पर तेजस्वी ने जातिसूचक गाली का इस्तेमाल किया था.
बिहार चुनाव 2020 की पहली राजनीतिक हत्या
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के आचार संहिता लागू होने के बाद के पहली राजनीतिक हत्या है. पूर्णिया क्षेत्र में जातीय टकराव अधिक होता है और राजनीति पर जातियां हावी रहती है. इस हत्या को भी राजनीतिक एंगल से देखा जा रहा है.
बिहार के चुनावों में जातियां शुरू से निर्णय रही हैं., इस विधानसभा चुनाव में ही निर्णायक रहेंगी यह नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े को देखकर भी समझा जा सकता है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने देशभर राज्यों से जातीय और राजनीतिक हिंसा का आंकड़ा जारी किया तो पाया कि बिहार जातीय हिंसा में देश में सर्वोच्च है. यहां सबसे अधिक जातीय हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. साल 2019 के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में जातीय हिंसा की 131 घटनाएं हुई, जिससे 269 लोग प्रभावित हुए.