शार्प वे न्यूज़ नेटवर्क:
LGBT : थाईलैंड में पिछले साल समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिलने के बाद यह अब देशभर में लागू हो गया है. दक्षिण-पूर्व एशिया में ऐसा करने वाला थाईलैंड पहला देश बना है. प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक मौजूदा समय में दुनियाभर में 30 से अधिक देशों ने समलैंगिक विवाह को मान्यता दे चुके हैं. मगर एशिया में ऐसा करने वाले सिर्फ तीन देश हैं. सबसे पहले 2019 में ताइवान और इसके बाद नेपाल ने मान्यता दी थी. अब तीसरा देश थाईलैंड बना है.
करीब एक दशक से अधिक समय तक चले संघर्ष के बाद थाईलैंड में समलैगिंक विवाह को मान्यता देने वाला कानून लागू हुआ है. बैंकॉक में सैकड़ों जोड़े ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हिस्सा लिया. विवाह के बाद इन जोड़ों को प्रमाणपत्र भी दिया गया.
आपको बता दें कि एक दशक से भी अधिक समय से थाईलैंड में एलजीबीटीक्यू (LGBTQ+) समुदाय समलैंगिक विवाह की मांग कर रहा था. थाईलैंड की संसद से पारित विधेयक को पिछले साल राजा ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. इस कानून की वजह से समलैंगिक जोड़ों को वित्तीय, कानूनी और चिकित्सीय अधिकार मिल गए हैं. अब वह बच्चा गोद लेने में भी सक्षम होंगे. प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनवात्रा ने एक संदेश भी जारी किया. इसमें उन्होंने कहा कि यह विवाह कानून लैंगिक विविधता के बारे में थाई समाज की व्यापक जागरूकता की शुरुआत है.
