न्यूज 8 टुडे डेस्क :
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के प्रवासी लोगो के लिये बुरी खबर है. डोनाल्ड ट्रंप के बाद अमेरिका की नई इमिग्रेशन पॉलिसी के तहत हजारों भारतीय प्रवासियों के निष्कासित किए जाने का खतरा सता रहा है. खबर ये है कि वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद जो भी भारतीय अमेरिका मेन रह रहे हैं, इन लोगों को भारत भेजा जायेगा.
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ मिलकर भारत अब अमेरिका में लगभग 1,80,000 भारतीयों की वापसी पर काम कर रहा है, जिनके पास या तो कोई दस्तावेज नहीं है या वे अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वहां रह रहे हैं. अमेरिका में लगभग 1,80,000 भारतीय मौजूद हैं, जिनके पास कोई कागजात नहीं है या अपने वीजा अवधि से अधिक समय तक रुके हुए हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार एस. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने इस बारे में विदेश मंत्री मार्को रूबियो से बात की है. जयशंकर ने कहा कि अगर वीजा प्राप्त करने में 400-दिनों की प्रतीक्षा अवधि लगती है, तो मुझे नहीं लगता कि इससे संबंध अच्छे होंगे. एस. जयशंकर ने यहां भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा, ‘एक सरकार के रूप में हम स्पष्ट रूप से (लोगों की) वैध आवाजाही के बड़े समर्थक हैं, क्योंकि हम वैश्विक कार्यबल में विश्वास करते हैं. हम चाहते हैं कि भारतीय प्रतिभा और भारतीय कौशल को वैश्विक स्तर पर अधिकतम अवसर मिले. साथ ही, हम अवैध आवाजाही और अवैध प्रवास का भी दृढ़ता से विरोध करते हैं.
जयशंकर ने कहा कि आप यह भी जानते हैं कि जब कुछ अवैध होता है. हमने हमेशा यही कहा है कि अगर हमारा कोई नागरिक अवैध रूप से वहां है और अगर हमें लगता है कि वे हमारे नागरिक हैं, तो हम हमेशा उनकी वैध भारत वापसी के लिए तैयार हैं. भारत नहीं चाहता कि अवैध नागरिकों के मुद्दे का H-1B वीजा और स्टूडेंट वीजा जैसे कार्यक्रमों पर असर पड़े. अमेरिकी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 2023 में 3,86,000 लोगों को H-1B वीजा दिया गया था, जिनमें से लगभग तीन-चौथाई भारतीय नागरिक हैं.
