दिल्ली ।
दिल्ली विधान सभा चुनाव को लेकर स्मृति ईरानी ने आज दिल्ली बीजेपी हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. स्मृति ईरानी ने कहा कि दिल्ली में आप पार्टी कि सरकार बांग्लादशी घुसपैठियों को दिल्ली में बसा कर सत्ता हासिल करने में जुटी है. हजारों बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी वोटर कार्ड, आधार कार्ड बनाये गए है, इनलोगों को आप पार्टी ने अपने पक्ष मन वोट डालने के लिए इस तरह के देशद्रोही काम करने का प्रयास किया है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि अभी हाल में जाँच एजेंसियों ने इसे बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी डॉक्युमेंट होने का पर्दाफाश किया था. स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि आप पार्टी के सहयोग से दिल्ली में बंग्लादशी घुसपैठियों का कब्ज़ा है, जिसे भगाना बहुत जरुरी है. आप पार्टी ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर हमारे डेमोक्रेसी पर हमला किया है. जनता को सजग रहना पड़ेगा. स्मृति ईरानी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ही कहा है कि भ्रष्टाचार करना, देश के साथ गद्दारी करना है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल बोल रहे हैं कि उत्तर प्रदेश, बिहार के लोग दिल्ली के घुसपैठियों हैं. उन्होंने कहा कि कितने शर्म की बात है कि पूर्वांचल के लोगों को केजरीवाल अपमान कर रहे हैं. स्मृति ईरानी ने कहा कि आप के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी आधार कार्ड बनवा दिया है. ये लोग अब वोटर्स भी हैं. स्मृति ईरानी ने कहा आप के विधायकों के हस्ताक्षरों से बंग्लादशी घुसपैठियों के वोटर कार्ड बनाये गए है, इसका खुलासा पुलिस जाँच में किया है.
दिल्ली पुलिस ने शहर में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान शुरू किया है. पिछले एक हफ्ते में दर्जनों बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान की गई है, जिन्हें वापस बांग्लादेश भेज दिया गया है. मुख्य रूप से इस तरह के घुसपैठियों को पकड़ने के लिए वर्ष 2003 में तत्कालीन पुलिस आयुक्त अजय राज शर्मा ने हर जिले में एक-एक बांग्लादेशी सेल का गठन करवाया था। बांग्लादेशी सेल उन दिनों खूब सक्रिय थी झुग्गियों में जाकर मुखबिरों से पता लगाकर उनकी धर पकड़ करते थे. वर्ष 2003 में बांग्लादेशी सेल द्वारा 50 हजार घुसपैठियों का पकड़ा गया था, लेकिन बीते कई वर्षों से यह सेल निष्कि्रय की भूमिका में हैं. दिल्ली में लगातार घुसपैठियों की संख्या में बढ़ोतरी होती चली गई, लेकिन बांग्लादेशी सेल द्वारा घुसपैठियों को पकड़ने की सक्रियता कम होती गई. इसका प्रमुख कारण यह है कि घुसपैठिए बड़ी आसानी ने अपने दस्तावेज बवना लेते हैं. ऐसे में यह पता नहीं चलता है कि वह घुसपैठियां है या नही.
