प्रयागराज : शार्प वे न्यूज़ नेटवर्क
2025 के आस्था, आध्यात्मिकता,भव्यता और दिव्यता का प्रतीक महाकुंभ साल 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहा है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। ये महाकुंभ हर 12 साल के बाद आता है और इस साल 12-12 के पूरे बारह चरण पूर्ण हो रहे हैं. इसकी वजह से 144 साल के बाद आने वाला यह महाकुंभ पूर्ण महाकुंभ माना गया है. संभावना है कि इस बार प्रयागराज महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 40 करोड़ तक श्रद्धालु शामिल होंगे.
उत्तर मध्य रेलवे 13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन करेगा
प्रयागराज महाकुंभ के दौरान उत्तर मध्य रेलवे ने एलान किया है कि 13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन करेगा. इन ट्रेनों में 10,000 से अधिक नियमित गाड़ियां यात्रियों की सेवा में होंगी. इसके अलावा, 3,000 से अधिक विशेष गाड़ियां चलाई जाएंगी. विशेष ट्रेनों में 2,000 आउटवर्ड गाड़ियां होंगी (जिन्हें आयोजन से बाहर जाने के लिए संचालित किया जाएगा), जबकि 800 इनवर्ड गाड़ियां (वापसी की यात्रा के लिए) होंगी। आपको बतादें कि महाकुंभ 2013 में भारतीय रेलवे ने कुल 1,122 विशेष गाड़ियों का संचालन किया था.महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ लोगों का ट्रेन से आने का अनुमान है.
महाकुंभ में 27 जनवरी को धर्म संसद होगी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया की धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन के प्रस्ताव को पारित किया जाएगा और यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। 13 जनवरी से लगने वाले महाकुंभ के लिए साधु-संतों का पहुंचना शुरू हो चुका है. महाकुंभ में 27 जनवरी को धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा. इसमें देश भर के प्रमुख साधु-संत शामिल होंगे. इनमें चारों पीठों के शंकराचार्य और 13 अखाड़ों के प्रमुख भी शामिल होंगे.
अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बातचीत में कहा कि धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन के प्रस्ताव को पारित किया जाएगा और यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जितने मंदिर-मठ हैं, उन्हें सरकार छीन रही है. हमारे अगल-बगल वाले हैं, वह छीन रहे हैं. हमारे पड़ोसी कब्जे कर रहे हैं. हमारे मठों पर कब्जा हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि पूरे भारत में जितने साधु संत हैं, जितने मठों के प्रमुख हैं, जितने महामंडलेश्वर हैं, सभी को बुलाया जाएगा. इस पर चर्चा होगी कि सनातन बोर्ड का प्रारूप क्या होगा.
