पद्मश्री से अलंकृत लोकप्रिय कथाकार श्रीमती मालती जोशी का 15 मई, 2024, बुधवार को दिल्ली में स्वर्गवास हो गया। वे 90 वर्ष की थी। उनके अंतिम समय में उनके दोनों पुत्र ऋषिकेश और सच्चिदानंद तथा पुत्रवधुएं अर्चना और मालविका उनके पास थे। वे पिछले कुछ समय से आइसोफ़ेगस के कैंसर से पीड़ित थी।
पचास से अधिक हिन्दी और मराठी कथा संग्रहों की लेखिका मालती जोशी शिवानी के बाद हिन्दी की सबसे लोकप्रिय कथाकार मानी जाती हैं। वे अपने कथा कथन की विशिष्ट शैली के लिए जानी जाती थीं। उनके साहित्य पर देश के कई विश्वविद्यालय में शोध कार्य हुए हैं।