NDA में वापसी के बाद नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से की मुलाकात, फ्लोर टेस्ट और लोकसभा चुनाव ओर हुई चर्चा
लालू यादव की पार्टी को झटका देकर बीजेपी के साथ मिलकर फिर से सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार आज दिल्ली पहुंचे। यहाँ पर सबसे पहले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. करीब 30 मिनट दोनों नेताओं की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में क्या चर्चा हुई ये अभी सामने नहीं आया है। सूत्रों के मुताबिक बिहार में 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट और लोकसभा सभा चुनाव को लेकर बातें हुई है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों की मुलाकात प्रधानमंत्री आवास पर हुई। एनडीए में वापसी और बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश और पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई।
नीतीश कुमार इसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की।
दरअसल, बिहार में 12 दिनों पूर्व 28 जनवरी को बीजेपी के साथ जनता दल यूनाइटेड ने मिलकर नई सरकार बनाई थी। इससे पहले बिहार में 2020 में भी दोनों दलों ने साथ आकर सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद यह पीएम से नीतीश की औपचारिक मुलाकात है।
बिहार विधान सभा चुनाव में बीजेपी और जद यू ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जिसमें जद यू मात्रा 43 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि बीजेपी को 78 सीटों पर जित मिली थी। यानि बीजेपी बड़ा भाई बन गया था। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम में भाजपा के साथ सरकार बनाने का जनादेश लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कमान संभाली थी। लेकिन बीच में ही नीतीश , बीजेपी को छोड़कर लालू यादव की पार्टी राजद , कांग्रेस के साथ महागठबंधन की सरकार बना लिया। ये सरकार डेढ़ साल चली। अब फिर नीतीश ने पलटी मारी और बीजेपी के मिलकर फिर से सरकार बना ली है । नयी सरकार को 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट से गुजरना है। नयी सरकार में जीतनराम मांझी की पार्टी हम भी शामिल है।
राजद के साथ महागठबंधन सरकार का मुख्यमंत्री बनने के कुछ महीनों बाद सीएम नीतीश ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ देशभर के भाजपा-विरोधी दलों का गठजोड़ शुरू किया था। उन्होंने पटना में विपक्षी एकता की पहली बैठक कराई थी। एक वक्त नीतीश कुमार को विपक्षी एकता का सूत्रधार कहा जा रहा था, लेकिन फिर अचानक महागठबंधन की परिस्थितियों को असामान्य बताते हुए नीतीश कुमार ने घर वापसी की है। लोकसभा चुनाव के पहले इंडी गठबंधन को झटका देना विपक्षी मुहीम को मायूस कर दिया है।