बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव से मिलने के बाद कहा कि एक महीने के अंदर सभी बोर्ड निगम और 20 सूत्री का गठन हो जाएगा. किस दल से कितने लोगों को जगह दी जाए इसपर भी चर्चा की जा रही है.
बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट देखी जा रही है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गुरुवार को अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने 1 अणे मार्ग पहुंच गए. लालू यादव और नीतीश कुमार की इस मुलाकात के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. बता दें कि बीते दिनों नीतीश कुमार खुद दो बार लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास गए थे. माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग पर चर्चा हो चुकी है, लेकिन कौन किस सीट से चुनाव लड़ेगा इसको लेकर बात नहीं बन पायी थी. ऐसे में लालू यादव आज इसी मसले को सुलझाने के लिए नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पहुंचे थे. लालू नीतीश के बीच आधे घंटे तक हुई इस मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर फंसे पेंच पर बातें हुई और सहयोगी दलों को कितनी सीटें दी जाए इसपर भी चर्चा हुई.
मीटिंग के बाद नीतीश कुमार बोले- सभी बोर्ड निगम और 20 सूत्री का गठन फिर होगा
बिहार में आने वाले दिनों में बोर्ड निगम और 20 सूत्री का गठन एक महीने के अंदर हो जायेगा. मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा कि इसमें किस दल से कितने लोगों को जगह दी जाए, इसपर भी चर्चा की जा रही है. इसी बीच लालू नीतीश के बीच मुलाकात को बड़ा महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बता दें कि राजद सांसद मनोज झा के ठाकुर वाले बयान के बाद जिस तरह से सियासत गर्म है. राजद और जदयू के नेता आपस में भिड़ रहे हैं. ऐसे में दोनों नेताओं की मुलाकात अहम मानी जा रही है. इस मुलाकात के दौरान लालू-नीतीश ने अपनी-अपनी पार्टी के नेताओं को इस मुद्दे पर भी बयानबाजी से बचने और अनुशासन में भी रहने की चर्चा की है. इस तरह के बयान के बाद डैमेज कंट्रोल कैसे किया जाए, इसपर भी चर्चा होने की बात सामने आ रही है.
बीते दिनों आरजेडी-जेडीयू में तनाव दिख रहे थे
आपको बता दें कि बिहार की राजनीति में महागठबंधन में सबकुछ ठीक है, ऐसा नहीं कहा जा सकता है. अभी आरजेडी सांसद मनोज झा के ठाकुर वाले विवादित बयान पर दोनों पार्टियों में मतभेद को छोड़ भी दें, तो नीतिश कुमार द्वारा पटना में मंत्रियों की खाली कुर्सी की ओर इशारा करते हुए फोटोशूट करवाना दोनों पार्टियों के मतभेद को ही इंगित करता है. नीतीश कुमार ने जिन मंत्रियों के औचक निरीक्षण के दौरान गायब रहने की बात की है, उसमें अधिकांश राजद कोटे के ही मंत्री थे.
पटना : उमेश नारायण मिश्रा