न्यूज डेस्क
पीएम मोदी के विदेश दौरों के खर्च का हिसाब-किताब सरकार ने जारी कर दिया है. पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री मोदी ने 58 विदेश यात्राएं कीं, इसमें 517 करोड़ रु. खर्च हुए, इसमें अमेरिका-रूस और चीन के 5 दौरे भी शामिल है
मोदी ने सबसे ज्यादा पांच-पांच बार अमेरिका और रूस के दौरे किए हैं. पीएम मोदी ने चीन का भी 5 बार दौरा किया. उन्होंने सिंगापुर, जर्मनी, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका की यात्राएं भी की हैं.
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने मंगलवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री का आखिरी विदेश दौरा नवम्बर 2019 में हुआ था. उस समय वह ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका) के सम्मिट में शामिल होने ब्राजील गए थे. इसी महीने उन्होंने थाईलैंड का दौरा भी किया था.
कोरोना महामारी की कारण से इस साल पीएम का कोई विदेश दौरा अभी तक नहीं हुआ है. विदेश राज्य मंत्री ने संसद में कहा कि पीएम के इन दौरों से दूसरे देशों में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भारत के विचारों की समझ बढ़ी है. इससे ट्रेड और इन्वेस्टमेंट, टेक्नोलॉजी, रक्षा सहयोग समेत कई क्षेत्रों में आर्थिक संबंध मजबूत हुए.
दिसंबर 2018 में सरकार ने 2014 के बाद से प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर 2 हजार करोड़ रु. खर्च होने की जानकारी दी थी. इसमें उनके चार्टर्ड फ्लाइट, प्लेन की देखरेख और हॉटलाइन सुविधा पर आने वाला खर्च शामिल था. तत्कालीन विदेश मंत्री रहे जनरल वीके सिंह ने बताया था कि 1583.18 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री मोदी के प्लेन की देखरेख पर खर्च हुए थे. वहीं, 15 जून 2014 और 3 दिसंबर 2018 के बीच उनके चार्टर्ड फ्लाइट्स पर 429.25 करोड़ और हॉटलाइन सुविधाओं पर 9.11 करोड़ रु. का खर्च आया था.