Parliament Special Session : आज से नए संसद भवन में कामकाज शिफ्ट हो गया. प्रधानमंत्री मोदी सभी सांसदों के साथ पुरानी संसद से नई संसद तक पैदल मार्च करके पहुंचे. लोकसभा में पेश पहला बिल महिला आरक्षण को लेकर प्रस्तुत किया गया.
Women’s Reservation Bill: नये संसद भवन के पहले बिल के तौर पर नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने लोकसभा में प्रस्तुत किया. पीएम मोदी ने इस बिल को नारी शक्ति अधिनियम नाम दिया है. नई संसद में कांग्रेस ने इस महिला आरक्षण बिल को अपना कहकर हंगामा किया. विपक्ष का कहना है कि बिना बिल को सर्कुलेट किए हुए पेश कैसे कर दिया गया. इस पर कानून मंत्री ने कहा कि बिल वेबसाइट पर अपलोड हो चुका है. आपको बता दें कि बिल को जब सदन में इंट्रोड्यूस किया जाता है तो पहले कॉपी को सांसदों को देना जरूरी रहता है और विपक्ष इसी बात पर सवाल उठा रहा है. बता दें कि 128वें संविधान संशोधन के जरिए महिला आरक्षण बिल पेश किया गया है. इसके बाद बिल को सदन में पारित कराने के लिए कल 20 सितंबर को चर्चा होगी. इसके अगले दिन 21 सितंबर को बिल को राज्यसभा में पेश किया जा सकता है.
बिल को पेश करने से पहले नये संसद को संबोधित करते हुए महिला आरक्षण बिल पर पीएम मोदी ने कहा कि महिला आरक्षण को लेकर संसद में पहले भी प्रयास हुए है. आज हमारी सरकार संविधान संशोधन बिल पेश करने जा रही है. जब यह बिल कानून बनेगा तो महिलाओं की ताकत और हो बढ़ जाएगी. मैं दोनों सदन के सांसदों से अपील करता हूं कि यह सबकी सहमति से यह पारित हो. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के नाम से जाना जाएगा.
Parliament Special Session: भारतीय राजनीति के इतिहास में आज का दिन एतिहासिक महत्व का है. संसद की कार्यवाही पुरानी बिल्डिंग से शिफ्ट होकर नई बिल्डिंग में पहुंच गयी है. बता दें कि 18 जनवरी 1927 को पुरानी संसद बिल्डिंग बनकर तैयार हुई और आज 19 सितंबर को इसकी विदाई हो गई. इससे पहले पुरानी संसद में आज सुबह लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों का ज्वॉइंट फोटो शूट हुआ. ग्रुप में तीन अलग-अलग फोटो ली गई. पहली फोटो में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तो दूसरे फोटो में सभी राज्यसभा सदस्य मौजदू रहे. तीसरी फोटो में सिर्फ लोकसभा के सदस्य थे.
इसके बाद पीएम मोदी सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक पैदल गए. प्रधानमंत्री के साथ वरिष्ठ मंत्री और लोकसभा और राज्यसभा के सांसद भी थे. सभी सांसद नये भवन में माथा टेकते हुए पहुंचे और इसके बाद नए संसद भवन में कार्यवाही शुरू हुई. इस दौरान सेंट्रल हॉल में एक कार्यक्रम हुआ, जिसमें 2047 तक भारत को समृद्ध राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया. नई संसद बिल्डिंग में पहली बैठक के दौरान सांसदों को प्रवेश करने के बाद उपहार स्वरूप 75 रुपये का चांदी का एक सिक्का औप संविधान की एक प्रति भी भेंट स्वरूप दिया गया.
दिल्ली : डॉ. निशा सिंह