लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों की संख्या बढ़ने की भी संभावना जताई जा रही है. बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित पूर्वी लीबिया का डेरना शहर है, जहां अभी भी लोगों की तलाश की जा रही है. अभी भी लोगों को कीचड़ और खंडहर इमारतों में तलाशा जा रहा है.
साल 2023 के सितंबर में लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सड़कों और गलियों में लाशें बिछी दिखती है. न्यूज एजेंसी AP के अनुसार लीबिया की बाढ़ में मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा बढ़कर 11,470 हो गया है. लीबियाई अधिकारियों ने शुक्रवार को बाढ़ से घिरे डेरना शहर को सील कर दिया है, ताकि लापता लोगों की तलाश में सुविधा हो. चेतावनी दी गयी है कि पानी से फैलने वाली बीमारी और विस्फोटक अभी और लोगों की जान ले सकते हैं. लीबियाई अधिकारियों ने कहा कि अभी भी बाढ़ के कारण 10,100 लोग लापता हैं. लापता लोगों को कीचड़ और खंडहर इमारतों में खंगाला जा रहा है.
बता दें कि भूमध्यसागरीय तूफान डेनियल के चलते भारी बारिश हुई और इससे दो बांध ढह गई और इससे लीबिया में भयंकर बाढ़ आ गयी. सबसे अधिक प्रभावित शहर डेरना है, जो देश के दूसरे सबसे बड़े शहर बेंगाजी से लगभग 300 किलोमीटर पूर्व में स्थित है. लगभग 100,000 लोगों की आबादी वाले शहर डेरना को बाढ़ से भारी क्षति हुई है. संयुक्त राष्ट्र के सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रीफिथ्स ने जेनेवा में शुक्रवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने 15 सदस्यों की एक समन्वय टीम लीबिया भेजी है. लीबिया को बाढ़ से बचाव कार्य के लिए उपकरणों व स्वास्थ्य सहायता की सख्त जरूरत है. बाढ़ के चलते क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हैजा फैलने की आशंका है.
लीबिया के बाढ़ में अब तक क्या-क्या हुआ ?
लीबिया में रविवार को भयंकर बाढ़ आई, जिसमें लगभग 11,470 लोगों की मौत हो गयी और हजारों लोग अभी भी लापता हैं. विश्लेषकों का कहना है कि लीबिया में तूफ़ान आने से कुछ दिन पहले ही जलवायु पूर्वानुमानों ने चेतावनी दे दी थी, लेकिन पूर्व में अधिकारियों ने तेजी से कार्रवाई नहीं की. भूमध्यसागरीय तूफान डेनियल के चलते भारी बारिश हुई और इससे दो बांध ढह गई और इससे लीबिया में भयंकर बाढ़ आ गयी. बाढ़ आने के बाद राहत और बचाव का कार्य तेज किया गया. पूर्वी लीबिया में एंबुलेंस और आपातकालीन सेवा के महानिदेशक सलाम अल फरगानी ने गुरुवार को डेरना को खाली और बचाव टीमों को ही प्रवेश की अनुमति देने की घोषणा कर दी. संयुक्त राष्ट्र के सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रीफिथ्स ने जेनेवा में शुक्रवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने 15 सदस्यों की एक समन्वय टीम लीबिया भेज दी. बता दें कि बाढ़ ने लीबिया के उत्तर-पूर्व को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, जो भूमध्यसागरीय तट पर स्थित है. फिलहाल डेरना में लोगों को कीचड़ और खंडहर इमारतों में तलाशा जा रहा है.
लीबिया पर किसका शासन है ?
लीबिया में कोई एकीकृत सरकार नहीं है, बल्कि यहां दो प्रतिद्वंद्वी प्रशासन हैं. 2011 में नाटो समर्थित विद्रोह में लंबे समय से तानाशाह रहे मुअम्मर गद्दाफी को सत्ता से हटाने के बाद से देश में अराजकता की स्थिति है. 2014 में शुरू हुए गृह युद्ध के बाद देश राजनीतिक गतिरोध झेल रहे हैं. अब्दुलहामिद दबीबेह के नेतृत्व वाली संयुक्त राष्ट्र समर्थित राष्ट्रीय एकता सरकार (GNU) उत्तर-पश्चिमी लीबिया के त्रिपोली में बैठती है, जबकि खलीफा हफ्तार द्वारा नियंत्रित लीबियाई राष्ट्रीय सेना (LNA) ओसामा हमद के नेतृत्व वाली पूर्वी-आधारित संसद का समर्थन करती है. आपको बता दें कि 2014 के बाद से तेल समृद्ध देश विभिन्न मिलिशिया बलों और अंतरराष्ट्रीय संरक्षकों द्वारा समर्थित पूर्व और पश्चिम में प्रतिद्वंद्वी सरकारों के बीच विभाजित हो गया है.
शार्प वे न्यूज नेटवर्क