Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राममंदिर निर्माण के साथ रामजन्मभूमि की सुरक्षा को भी हाईटेक बनाने की कवायद तेज हो गयी है. इसी क्रम में रामजन्मभूमि की सुरक्षा अब एसएसएफ के हवाले होने जा रही है. सीआईएसएफ पर एसएसएफ रामजन्मभूमि की सुरक्षा 15 सितंबर से संभाल लेगी. सुरक्षा का प्लान तैयार करने के लिए सोमवार को एसएसएफ के एडीजी अयोध्या पहुंचे और परिसर का भ्रमण किया.
अयोध्या के सीओ एसके गौतम के अनुसार राम जन्मभूमि की सुरक्षा में 280 एसएसएफ के जवान तैनात होंगे. अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि परिसर के बाद काशी और मथुरा के मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी भी एसएसएफ संभालेगी. यही नहीं प्रदेश के हवाई अड्डों की सुरक्षा में भी एसएसएफ की तैनाती की जाएगी. विशेष सुरक्षा बल यानि एसएसएफ के एडीजी एलबी एंटोनी ने रामजन्मभूमि परिसर का भ्रमण कर मंदिर निर्माण देखा और सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी ली. जवानों को तैनात करने सहित अन्य बिंदुओं को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर मंत्रणा की. फोर्स किस प्रकार पहुंचे, उसे कैसे समाहित किया जाएगा, इस पर विस्तृत प्लान तैयार किया जा रहा है. यह फोर्स यहां स्थाई रूप से यही रहेगी। रामजन्मभूमि परिसर में जल्द ही मॉर्डन कंट्रोल रूम सहित आधुनिक सुरक्षा उपकरण स्थापित किए जाएंगे.
अयोध्या में रामलला की सुरक्षा में सीआरपीएफ, पीएसी व पुलिस के जवान पहले से ही तैनात हैं. ऐसे में एसएसएफ की तैनाती के बाद रामजन्मभूमि की सुरक्षा और सुदृढ़ हो जाएगी. जनवरी 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी होनी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे. जानकारी के अनुसार राममंदिर की सुरक्षा एसएसएफ संभालेगी जबकि परिसर व बाहर की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान तैनात किए जाएंगे. हालांकि अभी इस पर अंतिम निर्णय होना बाकी है. अभी रामजन्मभूमि की सुरक्षा में करीब 2500 जवान तैनात हैं. आपको बता दें कि अगले साल जनवरी में भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की योजना है और इसके बाद यहां भक्तों तथा पर्यटकों की भीड़ और भी बढ़ने वाली है.
लखनऊ : विक्रम राव