23 कंपनियों को मिल सकती है प्राइवेट ट्रेन चलाने का ठेका

डॉ. निशा सिंह

भारत में प्राइवेट ट्रेन चलाने के लिए भारतीय रेलवे ने बुधवार को दूसरी प्री-अप्लीकेशन कॉन्फ्रेंस की, जिसमें 23 कंपनियों ने हिस्सा लिया. प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन में बॉम्बार्डियर, एल्सटॉम, सीमेंस और जीएमआर सहित 23 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है.

रेलवे ने बताया कि इन कंपनियों ने आवेदन प्रक्रिया से पूर्व बुधवार को इस संबंध में हुई एक बैठक में हिस्सा लिया. 12 कलस्टरों में प्राइवेट ट्रेनों को चलाने को लेकर हुई इस बैठक में बीईएमएल, आईआरसीटीसी, भेल, सीएएफ, मेधा ग्रुप, स्टरलाइट, भारत फोर्ज, जेकेबी इंफ्रास्ट्रक्चर और तीतागढ़ वैगन्स लिमिटेड भी शामिल हुईं.

भारतीय रेलवे ने 151 आधुनिक रेलगाड़ियों (रेक) के माध्यम से 109 मार्गों पर यात्री सेवा (पैसेंजर ट्रेन) के परिचालन में प्राइवेट पार्टनरशिप के लिए अनुरोध आमंत्रित किए हैं. ये नई ट्रेनें नेटवर्क पर पहले से चल रही ट्रेनों के अतिरिक्त होंगी।रेलवे नेटवर्क पर यात्री रेलगाड़ियां चलाने के लिए निजी निवेश की यह पहली पहल है. इस परियोजना से लगभग 30 हजार करोड़ रुपये का निजी निवेश प्राप्त होने का अनुमान है.
देश में प्राइवेट ट्रेनें मार्च 2023 से चलेंगी। इसके लिए टेंडर मार्च 2021 तक फाइनल कर लिए जाएंगे। ज्यादातर प्राइवेट ट्रेन मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बनाई जाएंगी. बता दें कि इससे पहले 21 जुलाई 2020 को प्री-अप्लीकेशन कॉन्फ्रेंस हुई थी.

Jetline

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