ब्रिटेन के कोरोना के नए रूप के सिंग्नल भारत में नहीं – केंद्र सरकार

न्यूज डेस्क

ब्रिटेन में पाये गये कोरोना के नए रूप को लेकर दुनियाभर में हड़कंप मचा है, लेकिन भारत में इसको लेकर राहत की खबर है. मंगलवार को केंद्र सरकार ने कहा कि ब्रिटेन में कोरोना के नए रूप के सिंग्नल भारत में नहीं दिखे हैं इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है और न ही पैनिक की जरूरत है. सरकार ने साफ कर दिया है कि तैयार हो रही कोरोना की वैक्सीन उतनी ही कारगर होगी जितनी पहले होती.

मंगलवार को केंद्र सरकार ने यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ब्रिटेन में कोरोना के नए रूप के आने से विकसित हो रही वैक्सीन पर असर नहीं होगा यानी वैक्सीन अब भी पूरी तरह से कारगर होगी. न तो चिंता की बात है और न ही पैनिक की जरूरत क्योंकि देश में म्यूटेशन का कोई सिग्नल नही देखा गया है.

ब्रिटेन में वायरस के म्यूटेशन में देखा गया है कि इससे एक दूसरे में संक्रमण ज्यादा फैलता है. यानी ये सुपर स्प्रेडर बन कर उभर रहा है. हालांकि ये संक्रमित मरीज की सेहत के लिए पहले की तुलना में ज्यादा घातक नहीं है.

नीति आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त पीसी में डॉ वी के पॉल ने साफ किया कि म्यूटेशन में वायरस में बदलाव आते हैं, ऐसा स्वभाव कई वायरस का होता है, जिसका ज्यादा महत्व नहीं है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण का कहना है कि ब्रिटेन में वायरस के नए रूप के आने से भले सरकार कह रही है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन भारत सरकार ने कई कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट पर पाबंदी लगा दी गई है. सरकार ने ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए विस्तार में गाइडलाइन भी जारी किया है.

इधर सरकार की तरफ से एक बार फिर कहा गया है कि जल्द ही वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. वैक्सीन पर तेजी के साथ काम चल रहा है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को वैक्सीन से जुड़ा डाटा सबमिट कर दिया है. सिरम इंस्टीट्यूट ने अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मांगी थी, जिसके बाद डीजीसीआई की एक्सपर्ट कमिटी ने सीरम इंस्टीट्यूट से वैक्सीन के प्रभाव और सुरक्षा से जुड़ा और डाटा मांगा था. भारत बायोटेक ने भी कुछ डाटा जमा किया है.

फिलहाल भारत में लोगों को वैक्सीन को लेकर चिंता दूर हुई है, लेकिन ब्रिटेन के कोरोना वायरस नये रुप को लेकर थोड़ी दुविधा थी, जिसे इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार की तरफ से दूर करने की कोशिश की गई है.

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *